Congress: कांग्रेस के लिए सीएम का चयन सिरदर्द बनता जा रहा है. हरियाणा में कांग्रेस हर कदम फूंक कर रख रही है. इसी बीच प्रभारी बाबरिया द्वारा दिए गए बयाान ने तो हरियाणा में हलचल मचा दी थी.
बाबरिया ने कहा था के कोई सांसद चुनाव नहीं लड़ेगा. इसी को लेकर सैलजा ने कहा था कि वे चुनाव जरुर लड़ेगे. बस यही कुछ हाइकमान को सता रहा है. इसी को लेकर अब कांग्रेस नेतृत्व ने संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रभारी बाबरिया के जरिये एक बार फिर यह संदेश दिया कि सांसदों को चुनाव में उतारने का विकल्प नहीं है. यानी अब क्लीयर कर दिया गया है कि सैलजा या सुरजेवाला चुनाव नहीं लड़ सकते है.
कांग्रेस ने इसका कारण भी बताया..
कांग्रेस ने बताया कि वे सदन में विपक्ष का आधिकारिक दर्जा संख्या बल को कम करके खोना नहीं चाहते. असल में रायबरेली सीट राहुल सासंद रहेंगे. उन्होने वायना़ड से इस्तीफा दे दिया है. अभी वहां उपचुनाव की घोषणा नहीं हुई है। जबकि चार दिन पहले महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हान का निधन हो गया और लोकसभा में पार्टी की संख्या अभी 97 पर आ गई है.
ऐसे में कांग्रेस ने कहा है कि वे सैलजा या दीपेंद्र हुड्डा को चुनाव लड़ाए सोत भी नहीं सकते है. साथ कांग्रेस को राजस्थान से राज्यसभा की एक सीट गंवानी पड़ी है और कांग्रेस की उच्च सदन में संख्या केवल 26 रह गई है।
राज्यसभा में विपक्ष का आधिकारिक दर्जा बनाए रखने के लिए पार्टी को कम से कम 24 सदस्यों की संख्या बनाए रखनी है। ऐसे में राजस्थान से चुनकर आए सुरजेवाला को भी मैदान में उतारे जाने की गुंजाइश नहीं है।हालांकि बैलेंस करने करने के लिए हाईकमान ने कहा है कि वे किसी को भी सीएम बना सकते है.