Kumari Sailja: कांग्रेस को लगातार झटके लग रहे है. कांग्रेस के दो टिकटार्थियों के नौकरी वाले बयान के बाद जहां कांग्रेस लगातार बैकफुट पर है. वहीं कद्दावर नेता कुमारी सैलजा ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली है. असल में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद सांसद कुमारी सैलजा काफी एक्टिव दिखाई दे रही थी. लेकिन अब पता नहीं, पर उन्होंने इस चुनाव से दूरी सी बना ली है।
चुनाव प्रचार से गायब सैलजा
सबसे बड़ी खबर तो कल निकलकर सामने आई जब कुमारी सैलजा कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी करने के कार्यक्रम में भी नहीं दिखाई दी. तब लोगों के कयासों पर मोहर लग गई के सैलजा नाराज है.
इतना ही नहीं कुमारी सैलजा ने चुनाव प्रचार से ही दूरी बना ली है. पॉलिटिकल पंडितो का कहना है कि कुमारी सैलजा की इस नााजगी का कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
आखिर क्यों नाराज है सैलजा
सबसे बड़ी बात है कि लोकसभा के बाद से एक्टिव सैलजा न तो चुनावों में है ना प्रचार के लिए आगे आ रही है. सबसे बड़ा व पहला कारण है कि टिकटों में हुड्डा की चलना, चुंकि हुड्डा ने 72 सीटें बांटी जबकि 10 सैलजा को मिली. दूसरा चुनाव लड़ने की उनकी इच्छा को दबाकर रखना या कहा जाए उनको इसकी अनुमति न देना.
तीसरी सबसे बड़ी वजह है कि वे अपने समर्थकों को टिकट भी नही दिलवा पाई, चौथा सबसे बड़ा कारण है कि अब हुड्डा गुट के समर्थकों की ओर से लगातार उनपर जातिसूचक टिप्पणियां की जा रही है. जिससे वह आहत हैं।
हालांकि उनकी इस नाराजगी के हाईकमान खासा टेंशन में है क्योंकि कुमारी सैलजा हरियाणा में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं। वो अनुसूचित जाति से आती हैं जो हरियाणा की 21 ऐसी विधानसभा सीटे हैं जिनपर खासा प्रभाव रखती है। जिसके बाद सैलजा की इस खामोशी ने कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है।