USA: अमेरिका ने भारत की कई कंपनियों और नागरिकों पर बैन लगाया है. अमेरिका का आरोप है कि ये कंपनियां, रूस को वो सामान उपलब्ध करवा रही हैं, जिनका इस्तेमाल रूस, यूक्रेन युद्ध में कर रहा है.
इन वस्तुओं में माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल आइटम शामिल हैं, जिन्हें कॉमन हाई प्रायोरिटी लिस्ट (सीएचपीए) में शामिल किया गया है.
इन वस्तुओं की पहचान अमेरिकी वाणिज्य विभाग के उद्योग और सुरक्षा ब्यूरो के साथ-साथ यूके, जापान और यूरोपीय संघ ने की है.
यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका ने भारतीय कंपनियों को निशाना बनाया है. इससे पहले नवंबर, 2023 में भी एक भारतीय कंपनी पर रूसी सेना की मदद करने के आरोप में प्रतिबंध लगाया गया था.
विदेश विभाग ने जिन 120 कंपनियों की सूची तैयार की है, उसमें शामिल भारत की चार कंपनियों के खिलाफ लगे आरोपों का विवरण भी दिया गया है.
इन चार कंपनियों में एसेंड एविएशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मास्क ट्रांस, टीएसएमडी ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड और फुट्रेवो कंपनी शामिल है.
आरोप है कि एसेंड एविएशन ने मार्च 2023 और मार्च 2024 के बीच रूस स्थित कंपनियों को 700 से ज़्यादा शिपमेंट भेजे हैं.
इसमें क़रीब 1 करोड़ 70 लाख रुपये से ज़्यादा कीमत की सीएचपीए वस्तुएं शामिल थीं.
इसके अलावा टीएसएमडी ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर आरोप है कि उसने 3.6 करोड़ रुपये से अधिक का सामान रूसी कंपनियों को दिया, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक इंटेग्रेटेड सर्किट, सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट और दूसरे फिक्स कैपेसिटर शामिल थे.
इस लिस्ट में शामिल फुट्रेवो कंपनी पर आरोप है कि उसने जनवरी 2023 से फरवरी 2024 के बीच करीब 12 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक सामान रूस को देने का काम किया. यह सामान एक ऐसी कंपनी को देने का आरोप है जो ड्रोन बनाने का काम भी करती है.
इसके अलावा भारत की अबहार टेक्नोलॉजीज़ एंड सर्विसेज़ प्राइवेट लिमिटेड, डेनवास सर्विसेज़ प्राइवेट लिमिटेड, ईएमएसवाई टेक, गैलेक्सी बियरिंग्स लिमिटेड, इनोवियो वेंचर्स, केडीजी इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड और खुशबू ऑनिंग प्राइवेट लिमिटेड शामिल है.
इस लिस्ट में लोकेश मशीन्स लिमिटेड, ऑर्बिट फिनट्रेड एलएलपी, पॉइंटर इलेक्ट्रॉनिक्स, आरआरजी इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड, शार्पलाइन ऑटोमेशन प्राइवेट लिमिटेड, शौर्य एयरोनॉटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, श्रीजी इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड और श्रेया लाइफ साइंसेज़ प्राइवेट लिमिटेड का नाम भी है