Big Breaking: भाजपा से टिकट कटने के बाद से नाराज चल रहे आदित्य चौटाला ने चेयरमैन पद छोड़ दिया था. ताऊ देवीलाल के पौत्र आदित्य चौटाला ने इसके बाद से अपने पत्ते नहीं खोले थे. लेकिन एक हिंट दिया था कि वे इनेलो की तरफ रुख कर सकते है. आज आदित्य ने इनेलो को ज्वाइन कर लिया है. वे डबवाली से इनेलो के उम्मीदवार होंगे
बीते दिनों आदित्य चौटाला की पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला से मुलाकात भी हुई थी. उसके बाद चर्चा थी के आदित्य चौटाला अपने ताऊ व पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की पार्टी इनेलो का दामन थाम सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों की निगाहें 8 सितंबर को आदित्य चौटाला के ‘लोकशुमारी सम्मेलन’ में जुटने वाली भीड़ पर भी टिकी थी.
बता दें कि 2016 के जिला परिषद चुनाव में उन्होंने अभय सिंह चौटाला की पत्नी कांता चौटाला को हराया था. आज आदित्य द्वारा बुलाया गया सम्मेलन में खासा रस देखने को मिला जिसके बाद मंच पर पहुंचे अभय चौटाला ने आदित्य का पार्टी में स्वागत किया.
डबवाली से होंगे उम्मीदवार
2 लाख 7 हजार मतों पर आधारित डबवाली विधानसभा सीट पर इनैलो का एक परंपरागत वोट बैंक है और खास बात यह है कि पार्टी के निराशाजनक दौर में भी इस संसदीय चुनाव में इनैलो ने 18 हजार वोट हासिल किए। आदित्य देवीलाल को पिछले चुनाव में 51 हजार वोट मिले थे। ऐसे में इनैलो और आदित्य के वोट का आंकड़ा मिलकर 65 हजार को पार हो जाता है। सियासी पंडितों का मानना है कि इनैलो इस बार सधी हुई रणनीति के तहत आगे बढ़ रही है। अभय चौटाला जहां फिर से अपने पुराने निर्वाचन क्षेत्र ऐलनाबाद से ताल ठोक रहे हैं तो अर्जुन चौटाला रानियां से उम्मीदवार हैं। रानियां में जिस तरह के समीकरण बने हैं और नैरेटिव सैट हुआ है उससे अर्जुन की एकतरफा जीत तय नजर आ रही है।
आदित्य के इनैलो में आने के बाद डबवाली की सीट भी कांग्रेस के लिए चुनौती बन सकती है। वैसे भी आदित्य देवीलाल पिछले लंबे समय से डबवाली से सक्रिय हैं और डबवाली सीट पर चौटाला का दबदबा रहा है। यहां से तीन बार चौटाला गांव के मनीराम विधायक चुने गए तो दो बार उनके बेटे डा. सीताराम विधायक बने। आदित्य देवीलाल और इनैलो की जुगलबंदी यहां पर नया ही गुल खिला सकती है और आदित्य का इनैलो में जाना मौजूदा विधायक अमित सिहाग के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा है। डबवाली में इनैलो का अपना एक बड़ा जनाधार है और एक वोट बैंक है। खास बात यह है कि पिछले लंबे समय से इनैलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने संगठन का विस्तार किया है और पार्टी को संजीवनी देने का काम किया है। गौरतलब है कि आदित्य देवीलाल 2014 में भाजपा में आए थे।
मार्च 2019 में आदित्य को हरियाणा स्टेट कोऑप्रेटिव एग्रीकल्च एंड रुरल डेवलपमैंट बैंक लिमिटेड का चेयरमैन बनाया और इसके बाद अगस्त 2020 में आदित्य को पार्टी का सिरसा जिला इकाई का अध्यक्ष बना दिया। आदित्य देवीलाल अपने बेबाकी के लिए मशहूर हैं। आदित्य चौटाला ने जिलाध्यक्ष रहते हुए सितंबर 2021 में नगरपरिषद में प्लाट ट्रांसफर न होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए नप कार्यालय में ही भेड़-बकरियां लेकर पहुंच गए थे। 2019 में डबवाली से कांग्रेस के अमित सिहाग विधायक बने। दूसरे स्थान पर भाजपा के आदित्य को 51238 वोट मिले।