BJP: इस बार कई किले ध्वस्त हुए है तो कई नए कीर्तिमान बने है. एक ऐसी सीट जो हमेशा से निर्दलीय प्रत्याशियों की जीत के लिए जानी जाती थी. उस सीट पर भाजपा ने कब्जा कर लिया है.
इस बार भाजपा ने सतपाल जांबा को टिकट दी. वहीं भाजपा की और से सुल्तान जड़ौला को टिकट दी गई थी. इसके अलावा इस बार यहां से पूर्व विधायक रणधीर सिंह गोलन, भाजपा छोड़कर आजाद मैंदाान में उतरे दिनेश कौशिक, पूर्व कांग्रेस नेता सतबीर भाणा भी शामिल थे.
बता दें कि बीजेपी के सतपाल जांबा ने निर्दलीय प्रत्याशी सतबीर भाणा को 2197 वोटों से हराकर पहली बार पुंडरी सीट पर कमल का फूल खिलाया
पूंडरी का इतिहास
साल 2019 के विधासनभा चुनाव में पुंडरी से निर्दलीय प्रत्याशी रणधीर सिंह गोलेन विधायक चुने गये थे. साल 2014 के विधानसभा चुनाव में भी निर्दलीय दिनेश कौशिक विधायक बने. साल 2009 के विधानसभा चुनाव की बात करें, तो बतौर निर्दलीय प्रत्याशी सुल्तान जड़ौला ही यहां से चुनाव जीते थे,
पुंडरी सीट पर अब तक करीब 13 बार चुनाव हो चुके हैं और इनमें से 7 बार निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. 1996 से पुंडरी के वोटर्स ने लगातार 6 बार निर्दलीय बनाए है जबकि इस बार यहां से भाजपा ने परचम लहराया