Congress: चंडीगढ कांग्रेस से बर्खास्त किए जाने पर प्रवक्ता बाल मुकुंद शर्मा की प्रेस कांफ्रेंस
कहा, मैं तीस साल से कांग्रेस में हू
कुछ दिन पहले पत्र मिला जिसमें मुझे बर्खास्त कर दिया
जो पत्र जारी किया गया है उसमें फ़र्ज़ी साइन किए हुए हैं
पार्टी जब चुनाव हार गई, मंथन का दौर चला, पार्टी में हाहाकार थी
नैतिकता के आधार पर प्रदेशाध्यक्ष को हार की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए, ना की किसी को पार्टी से बर्खास्त किया जाना चाहिए,
मेरे राजनीति में पहला ऐसी बार हुआ है कि किसी को बर्खास्त किया गया है
जो भी आज TV डिबेट पर जा रहे हैं कांग्रेस के ऑफिशियल प्रवक्ता नहीं है
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने हार की ज़िम्मेदारी नहीं ली,
हार के बाद मंथन चल रहा था की प्रदेशाध्यक्ष सहित तमाम लोगों को बदला जाएगा
जिसमें अशोक तंवर को प्रदेशाध्यक्ष बनाने की बात चली, इसके अलावा चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाने के बाद चली
कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में आदित्य सुरजेवाला, दूसरा OBC चेहरा चिरंजीव राव, तीसरा मेरा नाम शामिल था, चौथा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए गुट सही होना था
मेरा नाम कार्यकारी अध्यक्ष नाम पर आने पर मुझे निकाल दिया गया
अशोक अरोड़ा नेता प्रतिपक्ष बनेंगे इस बात पर मैं आज क़ायम हूँ
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने बेटे को सेफ़ करने के लिए कांग्रेस की बलि दी
अपने बेटे को कांग्रेस सांसद बनाने के लिए चार सीटें दे दी
राहुल गांधी चाहते थे कि विधानसभा में आम आदमी पार्टी से गठबंधन हो, लेकिन जयप्रकाश अपने बेटे को कलायत से टिकट दिलवाने के चक्कर में आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं होने दिया, क्योंकि आम आदमी पार्टी के नेता अनुराग ढांडा वहाँ से टिकट चाहते थे