Diabetes: डायबिटीज की समस्या आजकल काफी बढ़ गई है। लोग कम उम्र में ही इसका शिकार होने लगे हैं। इसे पूरी तरह से रिवर्स करना बहुत मुश्किल है, लेकिन सही खान-पान और नियमित जीवनशैली से इसे काफी हद तक मैनेज किया जा सकता है। डायबिटीज की शुरुआत होने पर हमारे शरीर में इसके कई लक्षण नजर आने लगते हैं।
डायबिटीज़ के आम लक्षणों में शामिल हैं:
- बार-बार पेशाब आना
- अधिक भूख लगना
- अधिक प्यास लगना
- वजन कम होना
- थकान और कमजोरी महसूस होना
- धुंधला दिखना
- चोटों का धीरे-धीरे ठीक होना
- त्वचा पर संक्रमण या फंगल संक्रमण होना
- पैरों में सुन्नता या झनझनाहट महसूस होना
- बार-बार यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होना
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डायबिटीज़ का पता लगाने और इलाज करने में देरी करने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
इसके अलावा, डायबिटीज़ के अन्य लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
- त्वचा पर काले धब्बे या खुजली
- मुंह में सूखापन
- बार-बार गले में खराश होना
- पैरों में दर्द या सूजन
- यौन समस्याएं
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
जाहिर सी बात है लक्षण है तो उपाय भी होंगे, बिमारी है तो बचाव भी होगा.
डायबिटीज़ से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- स्वस्थ आहार: ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन का सेवन करें।
- नियमित व्यायाम: सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाले व्यायाम करें।
- वजन प्रबंधन: स्वस्थ वजन बनाए रखें।
- तनाव प्रबंधन: तनाव कम करने के लिए योग, ध्यान या गहरी साँस लेने का अभ्यास करें।
- नियमित जांच: नियमित रूप से अपने रक्त शर्करा की जांच करवाएं।
- धूम्रपान बंद करें: धूम्रपान करने से डायबिटीज़ का खतरा बढ़ता है।
- शराब का सेवन कम करें: शराब का सेवन कम से कम करें।
- पर्याप्त नींद: रात में 7-8 घंटे की नींद लें।
- स्वस्थ जीवनशैली: स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और डायबिटीज़ के खतरे को कम करें।
इसके अलावा, डायबिटीज़ के खतरे को कम करने के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन करें:
- ताजे फल और सब्जियां
- साबुत अनाज
- लीन प्रोटीन
- स्वस्थ वसा
- कम वसा वाले डेयरी उत्पाद
और निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करें:
- चीनी और मीठे पेय
- संतृप्त और ट्रांस वसा
- प्रसंस्कृत और पैकेज्ड खाद्य पदार्थ