Election: हरियाणा में चुनावी नामांकन का समय खत्म हो गया है. प्रदेश में 16 सितंबर को नामांकन वापसी का समय है. लेकिन कल एक वाक्य सामने आया है. जहां एक कैंडिडेट को 5 मिनट की देरी 5 साल के लिए भारी पड़ गई.
असल में एक अखबार में खबर छपी है कि रोहतक से एक निर्दलीय प्रत्याशी जब आवेदन करने के लिए पहुंचे तब वे मात्र 4 मिनट लेट हो गए. खबर है कि रोहतक शहर से निर्दलीय चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले धर्मपाल कल आवेदन के आखिरी दिन जब अपना नोमिनेशन फाइल करने के लिए चुनाव आधिकारी के कार्यलय पहुंचे तब वे तय समय से मात्र 4 मिनट देर हो गए. उसके बाद उनको नोमिनेशन फाइल नहीं करने दिया गया.
क्योंकि कल नामांकन का आखिरी दिन था और वे आखिरी मिनट पर चुनाव अधिकारी के पास पहुंचे थे
पेशे से किसान, धर्मपाल ने जानकारी दी के वे खेतीबाड़ी का काम करते है. उनकी गहन रुची राजनीति में है. वे चुनाव लड़ना चाहते थे. जिसको लेकर वे आजाद प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरना चाहते थे.
देरी का कारण
जानकारी से पता चला है कि वे नामांकल के लिए 11 बजे घर से निकले, पहले तो कार देरी से आई फिर वे दिल्ली बाईपास पर खड़े रहे, फिर तहसील से कागजात तैयार करवाएं, उन्होंने बताया की मैंने सोचा सरकारी काम तो 4 बजे तक होता है. इसलिए नोटरी वैगरह की मुहर लगाकर वे 3 बजकर 4 मिनट पर एसडीएम कार्यालय पहुंचे.
लेकिन हरियाणा पुलिस के जवानों ने उनको बाहर ही रोक लिया, जिसके बाद से धर्मपाल ने कहा कि मुझे दुख है अब 5 साल मुझे इंतजार करना पड़ेगा.