Haryana: भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि 10 साल से सत्ता में बैठी बीजेपी के पास गिनवाने लायक एक भी काम नहीं है। इसलिए अपने कामों का हिसाब देने की बजाए बीजेपी के मुख्यंमत्री अपनी रैलियों में कांग्रेस के काम गिनवा रहे हैं। जब लोगों ने इस झूठ को पकड़ लिया तो अब सरकार अधिकारियों पर कार्रवाई कर अपनी खीज निकाल रही है। जबकि सच्चाई ये है कि पूरे कार्यकाल में बीजेपी ने कांग्रेस सरकार के दौरान मंजूर हुई और निर्माणाधीन योजनाओं का फीता काटने के अलावा कोई काम नहीं किया।
इसीलिए आज तक बीजेपी ने ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ चार्जशीट में पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा सिरसा में हुए धन्यवादी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे थे। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी उनके साथ मौजूद रहे। दोनों नेताओं का यहां पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। हुड्डा और उदयभान ने लोकसभा चुनाव में कुमारी सैलजा को बड़े अंतर से जितवाने के लिए सिरसा की जनता का आभार जताया और पूरी ताकत के साथ पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं की जमकर सराहना की।
इस मौके पर हुड्डा ने कहा कि 10 साल में भाजपा ने जनता को भय, भ्रष्टाचार, अपराध, नशा, बेरोजगारी और महंगाई के अलावा कुछ नहीं दिया। इसलिए आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता को बीजेपी से 750 किसानों की शहादत, पहलवान बेटियों पर हुए अत्याचार, किसान-कर्मचारी-सरपंच-सफाईकर्मी समेत हर वर्ग पर हुए लाठीचार्ज, युवाओं के साथ हुए भर्ती घोटालों, महिला व दलितों से हुई वारदातों, व्यापारी को मिली फिरौती की धमकियों और गरीब मजदूरों पर पड़ी महंगाई व मंदी की मार का बदला लेना है। लोकसभा के नतीजों से भी स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश से बीजेपी की विदाई तय है और कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। इसलिए पार्टी अभी से प्रदेश की जनता के बीच अपनी योजनाओं का रोडमैप लेकर पहुंच रही है।
हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर प्रदेशवासियों को 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मुहैया करवाया जाएगा। जरूरतमंद मरीजों के इलाज की जिम्मेदारी खुद कांग्रेस सरकार उठाएगी। साथ ही पार्टी की सरकार बनने पर प्रत्येक बुजुर्ग को ₹6000 पेंशन, कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाएगा। महंगाई से लोगों को राहत देने के लिए 500 रुपये में गैस सिलेंडर व 300 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी। बीजेपी द्वारा फैलाई गई भयंकर बेरोजगारी पर काबू पाने के लिए सरकारी विभागों में खाली पड़े 2 लाख पदों पर योग्यता अनुसार मेरिट के आधार पर पक्की भर्तियां की जाएंगी।