HSSC CET: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) जल्द ही करवाया जाएगा। बताया जा रहा है कि आयोग इसके लिए जल्द ही नोटिफिकेशन जारी कर सकता है। इसके बाद 10 नवम्बर 2024 से आवेदन लेने शुरू कर दिए जाएंगे। जल्द ही जारी होने वाले नोटिफिकेशन में फार्म भरने से लेकर परीक्षा तक की सभी जानकारियां दी जाएंगी।
राज्य में काफी युवा ऐसे हैं, जो CET परीक्षा न देने व क्वालीफाई नहीं होने के कारण HSSC की भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पा रहे थे। HSSC द्वारा निकाली जा रही भर्तियों में वही युवा ही भाग ले सकते हैं, जिन्होंने CET क्वालीफाई कर रखा है।
इसके अलावा, अन्य युवा भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने से पहले ही बाहर हो जाते हैं। इसलिए जो युवा CET क्वालीफाई नहीं हैं, वे CET परीक्षा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
दिसंबर-जनवरी में हो सकती है CET की परीक्षा
HSSC द्वारा अब सबसे पहले CET परीक्षा को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। जो 5-7 नवंबर के बीच में जारी होने की संभावना है। वहीं 10 नवंबर से CET परीक्षा के लिए युवा फार्म भर पाएंगे। वहीं दिसंबर के अंत व जनवरी की शुरूआत में CET की परीक्षा हो सकती है। इसके बाद जो युवा CET परीक्षा में पास होंगे, वे HSSC द्वारा की जाने वाली भर्तियों में आवेदन करके शामिल हो पाएंगे।
CET का प्रपोजल सरकार को भेजा जाएगा
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने हाल ही में कहा था कि CET को लेकर प्रपोजल तैयार किया जा रहा है। यह प्रपोजल सरकार को भेजा जाएगा। इसमें सरकार से पूछा जाएगा कि CET को एक दिन में कराया जाए या ज्यादा दिनों में। सरकार की अनुमति मिलने के बाद तिथि निर्धारित होगी।
CET तीन साल के लिए मान्य होगा। यह हर साल करवाने की तैयारी है। यदि किसी का स्कोर कम है तो वह हर साल परीक्षा देकर रिजल्ट सुधार सकता है। उसके अधिकतम अंक का स्कोर मान्य होगा। CET को लेकर एजेंसी भी तय करनी है। पहले यह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से कराया था।
CET में सामाजिक आर्थिक आधार पर नहीं मिलेंगे 5 अंक
CET में इस बार सामाजिक आर्थिक आधार के 5 अंकों का लाभ नहीं दिया जाएगा। ऐसे में जो मेरिट में आएंगे, उन उम्मीदवारों का चयन होगा। CET परीक्षा को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को पत्र लिखा गया है। पत्र मिलने के बाद आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा ने सत्ता में आने से पहले प्रदेश में 2 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था।