International Yoga Day: विश्व में 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों के तहत श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय के योग विभाग को एक विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है। मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (आयुष मंत्रालय,भारत सरकार) द्वारा आयोजित “100 दिन, 100 शहर, 100 संस्थान” काउंटडाउन कार्यक्रम के अंतर्गत आयुष विश्वविद्यालय के आयुर्वेद अध्ययन एवं अनुसंधान संस्थान का चयन किया गया है।
इस सम्मानजनक चयन के बाद विश्वविद्यालय ने तैयारियां आरंभ कर दी हैं। इसी श्रृंखला में 43वें दिन 9 मई, शुक्रवार को विश्वविद्यालय के योग विभाग द्वारा कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर गांव में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आयोजन को सफल बनाने के लिए संस्थान की ओर से अनुदान राशि भी प्रदान की गई है।
इस अवसर पर शहर की प्रमुख सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहेंगे। योग विभाग का चयन होने पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर वैद्य ब्रिजेंद्र सिंह तोमर ने भी शुभकामनाएं दी।
हमारी सांस्कृतिक पहचान को मजबूत बनाएगा कार्यक्रम: प्रो. धीमान
आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.वैद्य करतार सिंह धीमान ने कहा कि यह हमारे विश्वविद्यालय के लिए गर्व और हर्ष का विषय है कि मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान ने हमें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के काउंटडाउन कार्यक्रम के लिए चुना है। योग न केवल भारत की प्राचीन परंपरा है, बल्कि स्वस्थ जीवन का आधार है।
हमारे विश्वविद्यालय का योग विभाग पूरी प्रतिबद्धता के साथ इस आयोजन को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेगा। मैं योग विभाग की चेयरपर्सन डॉ. शीतल सिंगला, योग शिक्षक योगेंद्र कुमार और उनकी पूरी टीम को शुभकामनाएं देता हूं। मुझे विश्वास है कि 9 मई को ज्योतिसर में होने वाला आयोजन न केवल योग के प्रति जनजागरण करेगा, बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूत बनाएगा।
योग को जीवन शैली का हिस्सा बनाएं: प्रो. शीतल
योग विभाग की चेयरपर्सन प्रोफेसर डॉ. शीतल सिंगला ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग (International Yoga Day) दिवस के काउंटडाउन कार्यक्रम के लिए हमारे विश्वविद्यालय का चयन होना हम सभी के लिए गर्व की बात है। यह न केवल विश्वविद्यालय के योग विभाग की मेहनत और समर्पण का परिणाम है, बल्कि आयुष पद्धतियों के प्रचार-प्रसार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।

हमारा प्रयास रहेगा कि ज्योतिसर की ऐतिहासिक और पावन भूमि पर आयोजित यह कार्यक्रम न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का संदेश देगा, बल्कि योग को जीवन शैली का हिस्सा बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करेगा। हम सभी सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं, स्थानीय नागरिकों और विद्यार्थियों का सहयोग लेकर इसे एक यादगार आयोजन बनाएंगे।