KAITHAL: कैथल जिले में एक बड़ा घोटाला सामने आया है. यहां मनरेगा में बड़ा घोटाला हुआ है. घोटाला भी ऐसा के हर कोई सोच में पड़ जाए. असल में हाल ही में एक घोटाले का खुलासा हुआ है. जिसमें मनरेगा में वो लोग मजदूरी देहाड़ी कर रहे है जो हरियाणा नहीं बल्कि विदेशों में बैठे है.
जानकारी के अनुसार यहां विदेश में गए लोगों के नाम पर फर्जी जॉब कार्ड बना डाले. जिसके बाद लगातार उनकी हाजिरी लगाई गई और उनकी हाजरी के नाम पर देहाड़ी ली गई है. खबर है कि मनरेगा में जिन लोगों के नाम पर रोजगार जारी हुआ, वे यहां रहते ही नहीं, जिसमें उनकी देहाड़ी के नाम पर लाखों रुपए का गबन हो गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार इसकी शिकायत कैथल प्रशासन को की गई थी लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि यहां ऐसे एक दो नहीं, बल्कि 20 से 22 लोगों के फर्जी जॉब कार्ड बनाकर सरकार को लाखों रुपये का चूना लगाया गया है.
खबर है कि इस घोटाले में मनरेगा मेट से लेकर कई अधिकारियों तक की मिलीभक्त सामने आ रही है. लेकिन अब तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई. शिकायतकर्ता ने कहा कि उसने कई महीने पहले की थी और आज तक भी इस पर कार्रवाई नहीं हुई.
शिकायकर्ता ने जानकारी दी के उनके गांव के करीब 22 लोग जर्मनी, इटली, पुर्तगाल, मलेशिया और फ्रांस सहित अन्य देशों में हैं, उनके नाम के फर्जी जॉब कार्ड बनाकर उन्हें मनरेगा मजदूर दिखाया गया है. जानकारी के अनुसार उनकी संख्या 40 के करीब है, जबकि गांव में 328 व्यक्तियों के जॉब कार्ड बने हैं.
शिकायत में तो ये भी बताया गया है कि यह काम 2022 से चला रहा हैं. जो लोग इस देश में भी नहीं उन लोगों के बैंक खाते में पैसे आ रहे हैं, जो संबंधित मेट है, वो उन्हें एक हजार रुपए देता है, बाकी खुद मेट और अधिकारी गबन कर रहे हैं.
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने जुलाई महीने में ही डीसी और सीएम विंडो पर इसकी शिकायत की थी, लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी मेरी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
वहीं इस पूरे मामले को लेकर जिला परिषद की डिप्टी सीईओ रीतू लाठर ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में अभी आया है, वह इस बारे में संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट लेंगे.