Khatu Shyaam: विश्व प्रसिद्ध भगवान खाटूश्याम के जन्मोत्सव का पर्व 12 नवंबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस मौके पर खाटूधाम में लाखों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आएंगे। आयोजन की भव्यता को देखते हुए जिला प्रशासन और मंदिर कमेटी द्वारा यातायात, सफाई और चिकित्सा व्यवस्था के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं।
इस बार खास बात यह है कि खाटूश्याम मंदिर के जन्मोत्सव में आतिशबाजी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। हाल ही में जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बाबा के जन्मदिन के पर्व पर किसी भी प्रकार की आतिशबाजी नहीं की जाएगी। यह कदम सुरक्षा और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
इसके अलावा, मंदिर क्षेत्र में इत्र की शीशियों और फूलों के साथ किए जाने वाले गलत व्यवहार को लेकर भी प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। मंदिर कमेटी और जिला प्रशासन ने भक्तों से अपील की है कि वे इस प्रकार की हरकतों से बचें, क्योंकि अक्सर शीशियां टूटने से भक्तों को चोट लगने की घटनाएं होती हैं।
जन्मोत्सव के आयोजन से पहले खाटू कस्बे में अतिक्रमण हटाने का कार्य जारी है। नगर पालिका और पुलिस की टीमें अवैध अतिक्रमण को हटाने में जुटी हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। मेले के दौरान यहां पुलिस फोर्स की तैनाती भी की जाएगी ताकि सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ रहे।
इसके साथ ही, स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 5 मेडिकल टीमों का गठन किया गया है, जो 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी। खाटू में दो बाइक एंबुलेंस, 104 एंबुलेंस और अन्य स्ट्रक्चर की व्यवस्था भी की गई है। बिजली आपूर्ति में किसी भी तरह की समस्या न आए, इसके लिए विद्युत विभाग के 40 कर्मचारी ड्यूटी पर रहेंगे।
इस प्रकार की तैयारियों से उम्मीद जताई जा रही है कि खाटूश्याम का जन्मोत्सव बिना किसी परेशानी के भव्य रूप से मनाया जाएगा।