Nayab Saini: आखिरकार प्रदेश के दूसरी बार सीएम बनने दा रहे नायब सिंह सैनी आद शपथ लेंगे. राजनीति में सैनी नए नहीं है. सड़क से लेकर संघ, संघ से लेकर लोकसभा तक, व लोकसभा से सीएम बनने तक का सफर उनका बड़ा कमाल रहा है.
नायब सिंह सैनी अंबाला के मिर्जापुर माजरा गांव के रहने वाले है। अपने जीवन का पहला चुनाव हारने वाले नायाब ने मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल की है. कभी भाजपा का कंप्यूटर ऑपरेटर संभालने वाले सैनी आज सत्ता के शिर्ष पर है.
रोहतक में किया था कंप्यूटर ऑपरेटर का काम
सैनी ने मनोहल लाल के बड़े करीबी रहे है. साल 1996 से 1997 में मनोहर लाल ने उन्हें रोहतक के बीजेपी कार्यालय में कंप्यूटर संभालने का जिम्मा दिया था। यह कंप्यूटर नरेंद्र मोदी ने मनोहर लाल को दिया था। मनोहर लाल खट्टर के साथ दिनभर रहने और पार्टी के काम में बढ़ती रुचि को देखते हुए 2002 में सैनी को अंबाला युवा मोर्चा के महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी थी।
पहला ही चुनाव हारे
धीरे-धीरे आगे बढ़ते गए सैनी ने साल 2009 में नारायणगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ा था। हालांकि, वह अपने पहले चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रामकिशन से हार गए। इसके बाद उन्होंने साल 2014 का विधानसभा चुनाव नारायणगढ़ हलके से चुनाव लड़ा। चुनाव जीतने के दो साल बाद भाजपा ने उन्हें राज्यमंत्री बनाया।
2019 में बने सांसद नायब सिंह सैनी
नायब सिंह सैनी के कामकाज और लोगों से जुड़ाव को देखते हुए BJP ने उन्हें 2019 में कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार घोषित किया। इस चुनाव में सैनी ने तीन लाख वोटों से जीत हासिल की।
2023 में किया था प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त
नायब सिंह सैनी को 2023 में एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई है और उन्हें बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया। इसके बाद मनोहर लाल को सीएम पद से हटाकर नायब सिंह सैनी को प्रदेश का सीएम बनाया गया।