Pan 2.0: भारत में पैन की शुरुआत 1972 में हुई थी, 1984 में जाकर इसे पूरी तरह से विकसित कर दिया गया था यानी हर नागरिक के लिए लागू कर दिया गया था. जिसके बाद 1994 का वो साल था जब पैन के प्रारुप को बदला गया, यानी पैन का जो वर्जन आज आप यूज कर रहे है वो साल 1994 में उस समय की सरकार लाई थी. यह तो थी पैन के बारे में एक रोचक जानकारी. अब आगे…
साल 2024, नया पैन यानी पैन 2.0 प्रोजेक्ट लॉन्च कर दिया गया है. यानी करीब 30 साल बाद पैन बदल रहा है. पैन को हिंदी में स्थायी खाता संख्या भी बोलते हैं, लेकिन आम बोलचाल में यह पैन के नाम से ज्यादा फैसम हैॉ. पैन 10 अंकों का एक ऐसा नंबर होता है, जिसकी मदद से वित्तीय मामलों में आसानी होती है। इसे आयकर विभाग जारी करता है।
एक रोचक जानकारी
देश में इस समय आयकर विभाग की जानकारी के अनुसार टोटल पैन संख्या 74,67,20,403 है,
जिसमें पुरुषो को टोटल पैन अलॉटमेंट 42,09,70,932 है, जबकि महिलाओं को 31,05,45,902
वहीं थर्ज जेंडर के टोटल पेन अलॉटमेंट की बात की जाए तो देश में 18.205 टोटल पैन अलॉटमेंट है.
सरकार ने कहा है कि पैन 2.0 को जारी करने का मकसद पर्यावरण अनुकूल कागज रहित प्रक्रियाओं को बढ़ाते हुए कागजी कार्रवाई को सीमित करना है। साथ में पैन को पहले से ज्यादा सुरक्षित बनाना भी इस प्रोजेक्ट का मकसद है। ऐसे में लोगों के मन में पैन 2.0 को लेकर कई सवाल हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही सवालों के जवाब।
- पैन 2.0 पैन कार्ड का एक अपडेट रूप है। यह एक पेपरलेस कार्ड होगा। इसे फ्री में जारी किया जाएगा। इसके अलावा किसी भी प्रकार का बदलाव या सुधार भी नि:शुल्क होगा।
- भौतिक पैन 2.0 कार्ड के लिए आवेदक को 50 रुपये का निर्धारित शुल्क देना होगा। इसके बाद यह कार्ड आपके रजिस्टर्ड पते पर पहुंचाया जाएगा।
- पैन कार्ड में वर्ष 2017-2018 से क्यूआर कोड उपलब्ध है। पैन 2.0 कार्ड को डायनेमिक क्यूआर कोड के साथ उपलब्ध कराया जाएगा। इसकी मदद से पैन की डिटेल का सत्यापन किया जा सकता है
- सबसे पहले महत्वपूर्ण बात। पैन 2.0 से पुराने पैन कार्ड पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यह पुराने पैन कार्ड का अपडेट वर्जन होगा। मौजूदा वैध पैन कार्ड, पैन 2.0 के तहत ही काम करेंगे। यदि पैन कार्ड होल्डर इसमें किसी प्रकार का कोई अपडेट या सुधार का अनुरोध करता है तो उसे नया पैन कार्ड जारी किया जाएगा।
- जिन पुराने पैन कार्डों में क्यूआर कोड नहीं है, वे वर्तमान पैन 1.0 या फिर पैन 2.0 के अंतर्गत क्यूआर कोड वाले नए कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- पैन 2.0 प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार ने 1435 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं, ताकि नए पैन कार्ड को पूरे देश में लागू किया जा सके।
दो एजेंसियों को दिया गया राइट्स
केंद्र सरकार ने नया पैन जारी करने के लिए दो एजेंसियों को अधिकृत किया है। प्रोटीन (पूर्व नाम NSDL) और यूटीआई इन्फ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी एंड सर्विसेज़ लिमिटेड (UTIITSL) प्रमुख एजेंसियां हैं।
www.onlineservices.nsdl.com/paam/ReprintEPan.html पर सबसे पहले जाएं। इसके बाद अपनी जानकारी, पैन कार्ड नंबर, आधार नंबर और जन्म तिथि अपलोड करें। इसके बाद सबमिट का बटन दबाएं।
इतना करने के बाद नए वेबपेज पर आपको अपडेट की गई जानकारी को चेक करना होगा। इसके बाद आपको वन-टाइम पासवर्ड का विकल्प आएगा। यहां आप मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, दोनों पर ओटीपी प्राप्त कर सकते हैं। ऑनलाइन पेमेंट के बाद आयकर विभाग के रिकॉर्ड में उपलब्ध एड्रेस पर आपको कार्ड भेजा जाएगा।
इसी तरह www.pan.utiitsl.com/reprint.html पर जाकर भी पैन कार्ड प्राप्त किया जा सकता है। सभी जरूरी जानकारी, पैन कार्ड नंबर, जन्म तिथि और कैप्चा कोड भरकर सबमिट के बटन पर क्लिक करें। बाकी NSDL जैसे स्टेप फॉलो करने के बाद पैन कार्ड प्राप्त किया जा सकता है।