Pollution: गाजियाबाद में इस सीजन की सबसे खराब हवा दर्ज की गई है। भारी स्मॉग के कारण शहर गैस चेंबर में बदल गया है जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं आम हो गई हैं।
गाजियाबाद देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार मंगलवार को गाजियाबाद का एक्यूआई 403 दर्ज हुआ है. जो देश का सबसे प्रदूषित शहर दिल्ली (433 एक्यूआई) से बस थोड़ा ही दूर है.
इंदिरापुरम तो प्रदूषण के मामले में दिल्ली से भी आगे निकल गया जहां एक्यूआई 449 दर्ज किया गया।
एक्यूआई का बढ़ना चिंताजनक
सोमवार का एक्यूआई 324 दर्ज हुआ जबकि मंगलवार को 125 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 403 पर पहुंच गया।
इंदिरापुरम और लोनी सबसे ज्यादा प्रभावित
इंदिरापुर में सोमवार की रात 10 बजे एक्यूआई 800 के पार पहुँच गया था। CPCB के उपकरण 500 के ऊपर एक्यूआई मापने में सक्षम नहीं हैं लेकिन हवा की स्थिति और खराब थी।
लोनी में एक्यूआई 421 दर्ज किया गया। अवैध फैक्ट्रियों के कारण लोनी की हवा सबसे ज्यादा खराब होती है।
प्रदूषण रोकने के उपाय नाकाम
ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) लागू होने के बावजूद प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। सड़कों पर धूल को रोकने के लिए पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा। और न ही फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं और प्रदूषण बढ़ा रहा है।
अधिकारियों की निष्क्रियता:
जनकारी के लिए बता दें कि लोग कह रहे हैं कि अगर अधिकारी जिम्मेदारी से काम करें तो प्रदूषण का स्तर इतना नहीं बढ़ता। चुंकि प्रदूषण बढ़ने से लोगों को कई स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं:
: सांस लेने में परेशानी।
: आंखों में जलन।
: गले में खराश।
: बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह स्थिति और खतरनाक है।