Rakesh Tikait:गुरनाम सिंह चढूनी ने कांग्रेस की हार पर बड़ा बयान दिया था. जिस पर राकेश टिकैत ने प्रतिक्रिया दी. राकेश टिकैत ने कहा कि, “ऐसा नहीं है कि किसान किसी दूसरी पार्टी के साथ नहीं गए हैं. कुछ किसान आंदोलन की वजह से सरकार से नाराज थे और कुछ किसान ऐसे भी हैं, जो सरकार के साथ खड़े रहे.
राकेश टिकैत ने भी बड़ी प्रतिक्रिया दी है .
टिकैत वे कहा कि “देश में चुनाव पार्टी, धर्म और जाति के आधार पर होते हैं. जो जिस पार्टी को चाहता होगा, वह उसके पक्ष में ही मतदान करेगा ही करेगा. जो किसान-मजदूर पार्टी के साथ होता है तो वह उसी को चुनता है, मगर संगठन की बात आती है तो वह उसी के साथ होते हैं. इसका मतलब यह नहीं हो जाता कि किसान, संगठन की विचारधारा के मुताबिक ही सबकुछ करें.”
राकेश टिकैत ने सारा ठीकरा ईवीएम पर फोड़ डाला. टिकैत ने कहा कि मैं साफतौर पर कहूंगा कि चुनाव में गड़बड़ है टिकैत ने कहा कि अन्य राज्य में चुनाव होंगे. बूथ तक ईवीएम के पहुंचने से पहले इसे किसी पार्टी को नहीं दिखाया जाता है. पहले से ही उसको इंजीनियर प्रोग्राम करते हैं. सब खेल ईवीएम का है. ईवीएम भाजपा की मौसी है
उन्होंने कहा, “दिल्ली में हुए आंदोलन के दौरान सभी पार्टी की विचारधारा वाले लोग इसमें जुड़े थे. मगर हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों का गणित समझ नहीं आया. जनता ने इन्हें वोट दिया नहीं, लेकिन जीत इनकी ही हुई. जैसे यूपी में गन्ना समिति के चुनाव हो रहे हैं, यहां पर सीधा खेल उनका यह है कि दूसरी पार्टी के लोगों का पर्चा कैंसिल कर दो और बगैर वोट के जीत जाओ. उन्होंने हरियाणा में भी कोई फॉर्मूला लगाया होगा.”