Toughest Expressway India: आज के समय में देश में एक से बढ़कर एक हाईवे बनाए जा रहे है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार की मदद से देश व हरियाणा प्रदेश में नए नए एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सरकार एक ऐसा एक्सप्रेस वे बनाने जा रही है। अब तक का सबसे मुश्किल एक्सप्रेस वे है।
650 किलो मीटर सिर्फ रेत ही रेत
भारत सरकार एक ऐसा एक्सप्रेस वे बनाने जा रही है जो अमृतसर से होकर सीधा जामनगर को जाएगा। इतनी ही नहीं सड़क एवं परिवहन विभाग इस एक्सप्रेसवे को दुनिया के दूसरे सबसे बड़े रेगिस्तान थार से गुजारने जा रहा है जो र करीब 650 किलोमीटर तक दोनों तरफ आपको सिर्फ रेत ही रेत से कवर मिलेगा। यह एक्सप्रेसवे देश का दूसरा सबसे लंबा रास्ता भी माना जा रहा है।

इसी साल होगा पूरा
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने जानकारी दी है कि हमने इसका ज्यादातर काम पूरा कर लिया है और इस साल दिसंबर तक इसके शुरू होने का अनुमान है। यह एक्सप्रेस वे अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे (Amritsar-Jamnagar Expressway) का ही हिस्सा है। बता दें कि यह एक्सप्रेसवे पंजाब से चलकर गुजरात तक जाता है और दोनों शहरों के बीच औद्योगिक कॉरिडोर का निर्माण को लेकर इसे बनाया गया है।
इसलिए है मुश्किल
बता दें कि यह एक्सप्रेसवे को तीन सेक्शन बनाया जा रहा है जिसका सबसे बड़ा हिस्सा राजस्थान से गुजर रहा है, जो थार रेगिस्तान के बीच से बनाया जा रहा है। अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1,257 किलोमीटर है, जिसे 6 से 8 लेन का बनाया जा रहा है।

NHAI इसे राजस्थान के थार के बीचो बीच से निकाल रहा है यानी पूरे रेत के बीच से। यह एक्सप्रेस वे हनुमानगढ़ जिले के सांगरिया टाउन से इंटर करता है और बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर को पार करते हुए जालौर जिले के सांचोर टाउन के पास खत्म होता है।
इस पूरे रास्ते को पार करने में करीब 655 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, जिसका अधिकतर हिस्सा रेगिस्तान से होकर गुजरता है. दरअसल, राजस्थान में सबसे ज्यादा रेगिस्तानी इलाके वाले 12 जिले हैं, जिसमें से 5 जिलों में से यह रास्ता गुजर रहा है।
